सामग्री पर जाएँ

२०१० हरिद्वार महाकुम्भ

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
हरिद्वार महाकुम्भ २०१० का प्रतीक-चिह्न

महाकुम्भ भारत का एक प्रमुख उत्सव है जो ज्योतिषियों के अनुसार तब आयोजित किया जाता है जब बृहस्पति कुम्भ राशि में प्रवेश करता है। कुम्भ का अर्थ है घड़ा। यह एक पवित्र हिन्दू उत्सव है। यह भारत में चार स्थानो पर आयोजित किया जाता है: प्रयाग (इलाहाबाद), हरिद्वार, उज्जैन और नासिक

२०१० का कुम्भ मेला हरिद्वार में आयोजित किया जा रहा है। पिछली बार १९९९ में महाकुम्भ का आयोजन यहाँ किया गया था। मकर संक्रान्ति के दिन अर्थात १४ जनवरी, २०१० को इस मेले का शुभारम्भ हो गया है।[1] हरिद्वार में जारी इस मेले में इस बार ७ करोड़ से भी अधिक लोगों के आने का अनुमान है।[2]

पौराणिक आख्यानों के अनुसार समुद्रमन्थन के दौरान निकला अमृतकलश १२ स्थानों पर रखा गया था जहां अमृत की बून्दें छलक गई थीं। इन १२ स्थानों में से आठ ब्रह्माण्ड में माने जाते हैं और चार धरती पर जहां कुम्भ लगता है।

हिन्दू धर्म में मान्यता है कि इस मेले में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

हरिद्वार महाकुम्भ का योग

[संपादित करें]

पुराणों आदि प्राचीन ग्रन्थों में उपर्युक्त चारों स्थानों पर महाकुम्भ लगने के लिए ग्रहों की विशिष्ट स्थितियाँ बतायी गयी हैं। हरिद्वार के लिए यह इस प्रकार वर्णित है-

पद्मिनीनायके मेषे, कुम्भराशिगते गुरौ। गंगाद्वारे भवेद्योगः कुम्भनाम्ना तदोत्तमः।।[3]

अर्थात् जब सूर्य मेष राशि में हो, बृहस्पति कुम्भ राशि में हो, तब गंगाद्वार (हरिद्वार) में कुम्भ नाम का उत्तम योग होता है।

उल्लेखनीय है कि बृहस्पति प्रतिवर्ष राशि बदलता है जबकि सूर्य हर महीने राशि बदलता है। तथा २००९ के १९ दिसम्बर को यह कुम्भ राशि में प्रवेश कर चुका है। सूर्य मेष राशि में १४ अप्रैल २०१० को आयेगा और तभी इस महाकुम्भ का प्रमुख स्नान है (१४ अप्रैल को)।

कुम्भ स्नान की तिथियां

[संपादित करें]

कुम्भ के स्नान पर्व[4]

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  1. हरिद्वार में महाकुम्भ शुरु
  2. "७ करोड़ श्रद्धालु? महाकुम्भ में नया कीर्तिमान". मूल से 18 जनवरी 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2010.
  3. स्कन्द पुराण
  4. कुम्भ 2010, 12 साल का त्यौहार। हिन्दुस्तान लाइव। २८ दिसम्बर २००९

बाहरी कड़ियाँ

[संपादित करें]
स्नान तिथियाँ
समाचार
pFad - Phonifier reborn

Pfad - The Proxy pFad of © 2024 Garber Painting. All rights reserved.

Note: This service is not intended for secure transactions such as banking, social media, email, or purchasing. Use at your own risk. We assume no liability whatsoever for broken pages.


Alternative Proxies:

Alternative Proxy

pFad Proxy

pFad v3 Proxy

pFad v4 Proxy