गाँव
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गाँव उस मानव बस्ती को कहते हैं जो कस्बे से छोटी होती है। इनमें बसने वाले लोगों की संख्या कुछ सौ से कुछ हजार तक होती है। गाँव के लोग प्रायः पारम्परिक व्यवसाय (जैसे कृषि, पशुपालन आदि) करते हैं। गाँव के लोग एक दूसरे को बहुत अच्छी तरह जानते समझते हैं।
महात्मा गाँधी ने २०वीं शताब्दी के आरम्भ में कहा था कि भारत की आत्मा गांवों में रहती है। २०११ की भारत की जनगणना के अनुसार ६९ प्रतिशत भारतवासी गाँवों में रहते हैं और गाँवों की संख्या 649,481 है।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]- देशों और इलाकों
- विकसित वातावरण
सन्दर्भ
[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]विकिमीडिया कॉमन्स पर Villages से सम्बन्धित मीडिया है। |
- गाँव के प्रकार
- GloriousIndia से भारत में गाँवों के बारे में जानकारी
- Village square (हिन्दी में)
- (Anthropogenic biomes गाँवों के प्रकार)
- भारत के गाँव
- भारत के ग्राम समुदाय (जय प्रकाश नारायण)
- शिक्षित गाँव, सशक्त भारत
- भारत के गाँव (गूगल पुस्तक ; लेखक - एम एन श्रीनिवास)
- निर्मल ग्राम अभियान
- Information about villages in India from GloriousIndia
- Information on all villages in the UK
- Planning A Village
- Types of villages (anthropogenic biomes)