यूरोप का इतिहास
यूरोप में मानव ईसापूर्व 35,000 के आसपास आया। इसके बाद ७००० इस्वी पूर्व से संगठित बसाव यानि बस्तियों के प्रमाण मिलते हैं। काँस्य युगीन सभ्यता (३००० ईसा पूर्व) के समय यहाँ कुछ अधिक बसाव नहीं हुआ - खासकर मिस्र, इराक, चीन और भारतीय सभ्यता के मुकाबले। लेकिन ५०० ईसापूर्व से रोमन और यूनानी साम्राज्यों का उदय हुआ जिसने यूरोप की संस्कृति को बहुत प्रभावित किया। सैन्य, कला और चिंतन के मामले में यूनानियों ने यूरोप के एक कोने में होते हुए भी पूरे यूरोप और बाद में विश्वभर में अपना प्रभाव जमाया।
आज यूरोप के देश यूरोपीय संघ के सदस्य हैं जो एक मुद्रा यूरो चलाता है। मध्यकाल में यूरोप छोटे राज्यों में विभक्त हो गया था। विज्ञान और शोध के मामले में धार्मिक मान्यताओं ने अपना प्रभाव बना रखा था। पंद्रहवीं सदी के बाद यह पुनः विकसित हुआ। सैनिक इतिहास का एक छोटा ब्यौरा नीचे लिखा है, कृपया वहाँ देखें।
यूरोप के इतिहास को समझने के लिए दक्षिणी (रोम, यूनान और स्पेन), पूर्वी (यानि स्लाविक) और उत्तरी क्षेत्र जिसनें जर्मन मूल की नौर्ड और वाइकिंग तथा केल्ट और गॉल को समझना आवश्यक है।
साम्राज्यों का इतिहास
[संपादित करें]ग्रीक (यूनानी) तथा लातिनी (रोम) राज्यों की स्थापना प्रथम सहस्त्राब्दी के पूर्वार्ध में हुई। इन दोनों संस्कृतियों ने आधुनिक य़ूरोप की संस्कृति को बहुत प्रभावित किया है। ईसापूर्व 480 के आसपास य़ूनान पर फ़ारसियों का आक्रमण हुआ जिसमेंम यवनों को बहुधा पीछे हटना पड़ा। 330 ईसापूर्व में सिकन्दर ने फारसी साम्राज्य को जीत लिया। सन् 27 ईसापूर्व में रोमन गणतंत्र समाप्त हो गया और रोमन साम्राज्य की स्थापना हुई। सन् 313 में कांस्टेंटाइन ने ईसाई धर्म को स्वीकार कर लिया और यह धर्म रोमन साम्राज्य का राजधर्म बन गया। पाँचवीं सदी तक आते-आते रोमन साम्राज्य कमजोर हो चला और पूर्वी रोमन साम्राज्य पंद्रहवीं सदी तक इस्तांबुल में बना रहा। इस दौरान पूर्वी रोमन साम्राज्यों को अरबों के आक्रमण का सामना करना पड़ा जिसमें उन्हें अपने प्रदेश अरबों को देने पड़े।
सन् 1453 में इस्तांबुल के पतन के बाद यूरोप में नए जनमानस का विकास हुआ जो धार्मिक बंधनों से ऊपर उठना चाहता था। इस घटना को पुनर्जागरण (फ़्रेंच में 'रेनेसाँ') कहते हैं। पुनर्जागरण ने लोगों को पारम्परिक विचारों को त्याग व्यावहारिक तथा वैज्ञानिक तथ्यों पर विश्वास करने पर जोर दिया। इस काल में भारत तथा अमेरिका जैसे देशों के समुद्री मार्ग की खोज हुई। सोलहवीं सदी में पुर्तगाली तथा डच नाविक दुनिया के देशों के सामुद्रिक रास्तों पर वर्चस्व बनाए हुए थे। इसी समय पश्चिमी य़ूरोप में औद्योगिक क्रांति का सूत्रपात हो गया था। सांस्कृतिक रूप से भी य़ूरोप बहुत आगे बढ़ चुका था। साहित्य तथा कला के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई थी। छपाई की खोज के बाद पुस्तकों से ज्ञानसंचार त्वरित गति से बढ़ गया था।
सन् 1789 में फ्रांस की राज्यक्रांति हुई जिसने पूरे यूरोप को प्रभावित किया। इसमें व्यक्तिगत स्वतंत्रता, जनभागीदारी तथा उदारता को बल मिला था। रूसी साम्राज्य धीरे-धीरे विस्तृत होने लगा था। पर इसका विस्तार मुख्यतः एशिया में अपने दक्षिण की तरफ़ हो रहा था। इस समय ब्रिटेन तथा फ्रांस अपने नौसेना की तकनीकी प्रगति के कारण डचों तथा पुर्तगालियों से आगे निकल गए। पुर्तगाल पर स्पेन का अधिकार हो गया और पुर्तगाली उपनिवेशों पर अधिकांशतः अंग्रेजों तथा फ्रांसिसियों ने अधिकार कर लिया। रूसी सर्फराज्य का पतन 1861 में हुआ। बाल्कन के प्रदेश उस्मानी साम्राज्य (ऑटोमन) से स्वतंत्र होते गए। 1914-18 तथा 1939-45 में दो विश्वयुद्ध हुए। दोनों में जर्मनी की पराजय हुई। इसके बाद विश्व शीतयुद्ध के दौर से गुजरा। अमेरिका था रूस दो महाशक्ति बनकर उभरे। प्रायः पूर्वी य़ूरोप के देश रूस के साथ रहे जबकि पश्चिमी य़ूरोप के देश अमेरिका जर्मनी का विभाजन हो गया।
सन् 1959 में रूस ने अपने कॉस्मोनॉट यूरी गगरिन को अंतरिक्ष में भेजा। 1969 में अमेरिका ने सफलतापूर्वक मानव को चन्द्रमा की सतह तक पहुँचाने का दावा किया हथियारों की होड़ बढ़ती गई। अंततः अमेरिका आगे निकल गया और 1989 में जर्मनी का एकीकरण हुआ। 1991 में सोवियत संघ का विघटन हो गया। रूस सबसे बड़ा परवर्ती राज्य बना। सन् 2007 में यूरोपीय संघ की स्थापना हुई।
सोलहवीं-सत्रहवीं शताब्दी में यूरोप के देशों की आर्थिक-सामाजिक स्थिति
[संपादित करें]सत्रहवीं शताब्दी में पहली बार भारत का ब्रिटेन से सम्पर्क हुआ। यह सम्पर्क दो परस्पर-विरोधी संस्कृतियों का परस्पर टकराना–मात्र था। उन दिनों समूचा ब्रिटेन अर्धसभ्य किसानों का उजाड़ देश था। उनकी झोपड़ियों नरसलों और सरकंडों की बनी होती थीं, जिनके ऊपर मिट्टी या गारा लगाया हुआ होता था। घास-फूस जलाकर घर में आग तैयार की जाती थी जिससे सारी झोपड़ी में धुआँ भर जाता था। धुँए को निकालने के कोई राह ही न थी। उनकी खुराक जौ, मटर, उड़द, कन्द और दरख्तों की छाल तथा मांस थी। उनके कपड़ों में जुएं भरी होती थीं।
आबादी बहुत कम थी, जो महामारी और दरिद्रता के कारण आए दिन घटती जाती थी। शहरों की हालत गाँवों से कुछ अच्छी न थी। शहरवालों का बिछौना भुस से भरा एक थैला होता था। तकिये की जगह लकड़ी का एक गोल टुकड़ा। शहरी लोग जो खुशहाल होते थे, चमड़े का कोट पहनते थे। गरीब लोग हाथ-पैरों पर पुआल लटेपकर सरदी से जान बचाते थे। न कोई कारखाना था, न कारीगर। न सफाई का इन्तजाम, न रोगी होने पर चिकित्सा की व्यवस्था। सड़कों पर डाकू फिरते थे और नदियां तथा समुद्री मुहाने समुद्री डाकुओं से भरे रहते थे। उन दिनो दुराचार का तमाम यूरोप में बोलबाला और आतशक-सिफलिस की बीमारी आम थी। विवाहित या अविवाहित, गृहस्थ पादरी, यहाँ कि पोप दसवें लुई तक भी इस रोग से बचे न थे। पादरियों का इंग्लैंड की एक लाख स्त्रियों को भ्रष्ट किया था। कोई पादरी बड़े से बड़ा अपराध करने पर भी केवल थोड़े-से जुर्माने की सज़ा पाता था। मनुष्य-हत्या करने पर भी केवल छः शिलिंग आठ पैंस- लगभग पांच रुपये-जुर्माना देना पड़ता था। ढोंग-पाखण्ड, जादू-टोना उनका व्यवसाय था।
सत्रहवीं शताब्दी के अंतिम चरण में लंदन नगर इतना गंदा था और वहां के मकान इस कदर भद्दे थे कि उसे मुश्किल से शहर कहा जा सकता था। सड़कों की हालत ऐसी थी कि पहियेदार गाड़ियों का चलना खतरे से खाली न था लोग लद्दू टट्टुओं पर दाएं-बाएं पालनों में असबाब की भाँति लदकर यात्रा करते थे। उन दिनों तेज़ से तेज़ गाड़ी इंगलैंड में तीस से पचास मील का सफर एक दिन में तय कर सकती थी। अधनंगी स्त्रियां जंगली और भद्दे गीत गाती फिरती थीं और पुरुष कटार घुमा-घुमाकर लड़ाई के नाच नाचा करते थे। लिखना-पढ़ना बहुत कम लोग जानते थे। यहाँ तक कि बहुत-से लार्ड अपने हस्ताक्षर भी नहीं कर सकते थे। बहुदा पति कोड़ों से अपनी स्त्रियों को पीटा करते थे। अपराधी को टिकटिकी से बाँधकर पत्थर मार-मारकर मार डाला जाता था। औरतों की टाँगों को सरेबाजार शिकंजों में कसकर तोड़ दिया जाता था। शाम होने के बाद लंदन की गलियां सूनी, डरावनी और अंधेरी हो जाती थीं। उस समय कोई जीवट का आदमी ही घर से बाहर निकलने का साहस कर सकता था। उसे लुट जाने या गला काट जाने का भय था। फिर उसके ऊपर खिड़की खोल कोई भी गन्दा पानी तो फेंक ही सकता था। गलियों में लालटेन थीं ही नहीं। लोगों को भयभीत करने के लिए टेम्स के पुराने पुल पर अपराधियों के सिर काट कर लटका दिए जाते थे। धार्मिक स्वतन्त्रता न थी। बादशाह के सम्प्रदाय से भिन्न दूसरे किसी सम्प्रदाय के गिरजाघर में जाकर उपदेश सुनने की सजा मौत थी। ऐसे अपराधियों के घुटने को शिकजे में कसकर तोड़ दिया जाता था। स्त्रियों को लड़कियों को सहतीरों में बाँधकर समुद्र के किनारे पर छोड़ देते थे कि धीरे-धीरे बढ़ती हुई समुद्र की लहरें उन्हें निगल जाएं। बहुधा उनके गालों को लाल लोहे से दागदार अमेरिका निर्वासित कर दिया जाता था। उन दिनों इंग्लैंड की रानी भी गुलामों के व्यापर में लाभ का भाग लेती थी।
इंग्लैंड के किसान की व्यवस्था उस ऊदबिलाव के समान थी जो नदी किनारे मांद बनाकर रहता हो। कोई ऐसा धंधा-रोजगार न था कि जिससे वर्षा न होने की सूरत में किसान दुष्काल से बच सकें। उस समय समूचे इंगलिस्तान की आबादी पचास लाख से अधिक न थी। जंगली जानवर हर जगह फिरते थे। सड़कों की हालत बहुत खराब थी। बरसात में तो सब रास्ते ही बन्द हो जाते थे। देहात में प्रायः लोग रास्ता भूल जाते थे और रात-रात भर ठण्डी हवा में ठिठुरते फिरते थे। दुराचार का दौरदौरा था। राजनीतिक और धार्मिक अपराधों पर भयानक अमानुषिक सजाएं दी जाती थीं।
यह दशा केवल ब्रिटेन की ही न थी, समूचे यूरोप की थी। प्रायः सब देशों में वंश-क्रम से आए हुए एकतन्त्र, स्वेच्छाचारी निरंकुश राजा राज्य करते थे। उनका शासन-सम्बन्धी मुख्य सिद्दान्त था-हम पृथ्वी पर ईश्वर के प्रतिनिधि हैं और हमारी इच्छा ही कानून है। जनता की दो श्रेणियां थी। जो कुलीन थे वे ऊँचे समझे जाते थे; जो जन्म से नीच थे वे दलितवर्गी थे। ऐसा एक भी राजा न था जो प्रजा के सुख-दुख से सहानुभूति रखता हो। विलाश और शान-शौकत ही में वे मस्त रहते थे। वे अपनी सब प्रजा के जानोमाल के स्वामी थे। राजा होना उनका जन्मसिद्ध अधिकार था। उनकी प्रजा को बिना सोचे-समझे उनकी आज्ञा का पालन करना ही चाहिए। फ्रांस का चौदहवां लुई ऐसा ही बादशाह था। यूरोप में वह सबसे अधिक काल तक तख्तनशीन रहा। वह औरंगजेब से बारह वर्ष पूर्व गद्दी पर बैठा और उसके मरने के आठ वर्ष बाद तक गद्दी पर बैठा रहा। पूरे बहत्तर वर्ष। वह सभ्य, बुद्धिमान और महत्वाकांक्षी था। और चाहता था कि फ्रांस दुनिया का सबसे अधिक शक्ति-सम्पन्न राष्ट्र बन जाए।
परन्तु जब-जब वह फ्रांस की शक्ति और उन्नति की बात सोचता था, तब-तब वह फ्रांस की जनता के सम्बन्ध में नहीं, केवल अपने और अपने सामन्तों के सम्बन्ध में। वह अपने ही को राज्य कहता था और यह उसका तकिया-कलाम बन गया था। उसने अपनी दरबारी तड़क-भड़क से सारे संसार को चकित कर दिया था और फ्रांस सारे तत्कालीन सभ्य संसार में फैशन के लिए प्रसिद्ध हो गया था। उसने प्रजा पर भारी–भारी टैक्स लगाए थे तथा प्रजा की गाढ़ी कमायी से बड़े-बड़े राजमहल बनाए थे। उसने वसाई और पेरिस की शान बनाई कि जिसकी उपमा यूरोप में न थी। उसने अजेय सेना का संगठन किया था, जिसे यूरोप के सब राष्ट्रों ने मिलकर बड़ी ही कठिनाई से परास्त किया। सन् 1715 में जब वह मरा तो पेरिस अपनी शान-फैशन साहित्य, सौन्दर्य और बड़े-बड़े महलों तथा फव्वारों से सुसज्जित था और फ्रांस यूरोप की प्रधान राजनीतिक और सैनिक शक्ति बन गया था। परन्तु सारा देश भूखा और सन्तुष्ट था। उस काल में यूरोप का मुख्य प्रतिद्वन्द्वी आस्ट्रिया था जिसके राजा हाशबुर्ग के थे। पवित्र रोमन साम्राज्य के सम्राट का गौरवपूर्ण पद इसी राजवंश को प्राप्त था। यद्यपि इस पद के कारण आस्ट्रिया के राजाओं की शक्ति में कोई वृद्ध नहीं हुई थी पर उसका सम्मान और प्रभाव तथा प्रभुत्व समूचे यूरोप पर था।
उस समय जर्मन न कोई एक राष्ट्र था, न एक राज्य का नाम ही जर्मनी था। तब जर्मनी लगभग तीन सौ साठ छोटे-छोटे राज्यों में विभक्त था, जिनमें तनिक भी राजनीतिक एकता न थी। वे नाममात्र को आस्ट्रिया के धर्मसम्राट की अधीनता मानते थे।
यही दशा इटली की थी। इटली का राष्ट्र है, यह कोई न जानता था। वहाँ भी अनेक छोटे-छोटे स्वतन्तत्र राज्य थे, जिसके राजा निरंकुश स्वेच्छाचारी थे। जनता को शासन में कहीं कोई अधिकार प्राप्त न था।
स्पेन इस काल में यूरोप का सबसे अधिक समर्थ राज्य था। पन्द्रहवीं-सोलहवीं शताब्दी में ही उसने अमेरिका में उपनिवेश स्थापित करके अपनी अपार समृद्धि बढ़ा ली थी। स्पेन के राजा यूरोप के अनेकों देशों के अधिपति थे।
पोलैण्ड सोलहवीं शताब्दी तक यूरोप का एक समर्थ राज्य था। सत्रहवीं शताब्दी में पीटर के अभियानों ने उसे जर्जर और अव्यवस्थिपित कर दिया था और फिर वहाँ किसी शक्तिशाली केन्द्रीय शासन का विकास नहीं हो पाया।
स्वीडन, डेनमार्क, नार्वें, हालैण्ड और स्विटज़लैण्ड का विकास अभी हुआ ही नहीं था। अभी ये देश पिछड़े हुए थे।
रूस
[संपादित करें]आज का सोवियत रूस संसार का सबसे बड़ा और समर्थ प्रतातन्त्र है। आज उसका एक छोर बाल्टिक सागर से प्रशान्त महासागर तक फैला हुआ और दूसरा आर्कटिक सागर से भारत और चीन की सीमाओं को छू रहा है। परन्तु उन दिनों वह छोटा-सा प्रदेश था, मास्को नगर के आसपास के इलाकों तक ही सीमित था और जिसका अधिकांश जंगल था। समुद्र से उसका सम्बन्ध विच्छिन्न था। एक भी समुद्र-तट उसके पास न था। तब बाल्टिक सागर का सारा तट स्वीडन के राजा के अधीन और सागर तथा कास्पियन सागर तट का सारा दक्षिण भू-भाग तातारी और तुर्क राजाओं के सरदारों के अधिकार में था।
चौदहवीं शताब्दी के अंतिम चरण में पीटर ने ज़ार के सिंहासन पर बैठकर रूस की कायापलट करने का उपक्रम किया। उन दिनों रूस के लोग लम्बी-लम्बी दाढ़ियाँ रखते और ढीले-ढीले लबादे पहनते थे। एक दिन उसने अपने सब दरबारियों को अपने दरबार में बुलाया और सबकी दाढ़ी अपने हाथ से मूंड दीं। और चुस्त पोशाकें पहना दीं। उसने स्वीडन के बादशाह के हाथों से बाल्टिक तट छीन लिया और समुद्र-तट पर अपनी नई राजधानी बनायी जो आज सेण्ट पीटर्सबर्ग (लेनिन ग्राड) के नाम से विख्यात है।
परन्तु यह महान सुधारक पीटर भी उन दोषों से मुक्त न था, जो उन दिनों संसार के राजाओं में थे। वह स्वेच्छाचारी था। वह जो चाहता था वही करता था उनकी आज्ञा का पालन करने में किसे कितना कष्ट झेलना पड़ेगा, इसकी उसे परवाह न थी।
== फ्रान्सीसी क्रान्ति के पूर्व यूरोप
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यूरोपीय कालक्रम
[संपादित करें]- 700 ईसापूर्व: होमर ने इलियड की रचना की। यह प्रथम यूरोपीय महाकाव्य था।
- 440 ईसापूर्व: Herodotus defends Athenian political freedom in the Histories.
- 323 ईसापूर्व: सिकन्दर महान की मृत्यु
- 44 ईसापूर्व: जूलियस सीजर की हत्या
- 27 ईसापूर्व: रोमन साम्राज्य की स्थापना
ईसा के बाद
- 45–55 (ca): First Christian congregations in mainland Greece and in Rome.
- 293: Diocletian reorganizes the Empire by creating the Tetrarchy.
- 330: Constantine makes Constantinople into his capital, a new Rome.
- 395: Following the death of Theodosius I, the Empire is permanently split into the Eastern Roman Empire (later Byzantium) and the Western Roman Empire.
- 476: Odoacer captures Ravenna and deposes the last Roman emperor in the west: traditionally seen as the end date of the Western Roman Empire.
- 527: Justinian I is crowned emperor of Byzantium. Orders the editing of Corpus Juris Civilis, Digest (Roman law).
- 597: Beginning of Roman Catholic Christianization of Anglo-Saxon England (missions and churches had been in existence well before this date, but their contacts with Rome had been loose or nonexistent)
- 600: Saint Columbanus uses the term "Europe" in a letter.
- 655: Jus patronatus.
- 681: Khan Asparukh leads the Bulgars and invades the Byzantine empire in the Battle of Ongal, and creates Bulgaria.
- 718: Tervel of Bulgaria helps the Byzantine Empire stop the Arabic invasion of Europe, and breaks the siege of Constantinople.
- 722: Battle of Covadonga in the Iberian Peninsula. Pelayo, a noble Visigoth, defeats a Muslim army that tried to conquer the Cantabrian coast. This helps establish the Christian Kingdom of Asturias, and marks the beginning of the Reconquista.
- 732: At the Battle of Tours, the Franks stop the advance of the Arabs into Europe.
- 800: Coronation of Charlemagne as Holy Roman Emperor.
- 813: Third Council of Tours: Priests are ordered to preach in the native language of the population.
- 843: Treaty of Verdun.
- 863: Saints Cyril and Methodius arrive in Great Moravia, initiating Christian mission among the Slav peoples.
- 864: Boris I of Bulgaria baptises the whole nation, converting the population from tengri, to Eastern Orthodox Christianity
- 872: Unification of Norway.
- 886: Cyril and Methodius students – Sava, Kliment, Naum, Gorazd, Angelariy – arrive in Bulgaria. The Cyrillic alphabet becomes the official Bulgarian alphabet.
- 895: Hungarian people led by Árpád start to settle in the Carpathian Basin.
- 917: In the Battle of Achelous (917) Bulgaria defeats the Byzantine empire, and Simeon I of Bulgaria is proclaimed as emperor, thus Bulgaria becomes an empire.
- 962: Otto I of East Francia is crowned as "Emperor" by the Pope, beginning the Holy Roman Empire.
- 988 Kievan Rus adopts Christianity, often seen as the origin of the Russian Orthodox Church-
- 1054: Start of the East–West Schism, which divides the Christian church for centuries.
- 1066: Successful Norman Invasion of England by William the Conqueror.
- 1095: Pope Urban II calls for the First Crusade.
- 12th century: The 12th century in literature saw an increase in the number of texts. The Renaissance of the 12th century occurs.
- 1128: Battle of São Mamede, formation of Portuguese sovereignty.
- 1250: Death of emperor Frederick II; end of effective ability of German emperors to exercise control in Italy.
- 1303: The period of the Crusades is over.
- 1309–1378: The Avignon Papacy
- 1315–1317: The Great Famine of 1315–1317 in Northern Europe
- 1341: Petrarch, the "Father of Humanism", becomes the first Poet Laureate since antiquity.
- 1337–1453: The Hundred Years' War between England and France.
- 1348–1351: Black Death kills off about a third of Europe's population.
- 1439: Johannes Gutenberg invents first movable type and the first printing press for books, starting the Printing Revolution.
- 1453: Fall of Constantinople to the Ottoman Turks.
- 1492: The Reconquista ends in the Iberian Peninsula. A Spanish expeditionary group, commanded by Christopher Columbus, lands in the New World.
- 1497: Vasco da Gama departs to India starting direct trade with Asia.
- 1498: Leonardo da Vinci paints The Last Supper in Milan, as the Renaissance flourishes.
- 1508: Maximilian I the last ruling "King of the Romans" and the first "elected Emperor of the Romans".
- 1517: Martin Luther nails his 95 theses on Indulgences to the door of the church in Wittenberg, triggering discussions which would soon lead to the Reformation
- 1519: Ferdinand Magellan and Juan Sebastián Elcano begin first global circumnavigation. Their expedition returns in 1522.
- 1519: Hernán Cortés begins conquest of Mexico for Spain.
- 1532: Francisco Pizarro begins the conquest of Peru (the Inca Empire) for Spain.
- 1543: Nicolaus Copernicus publishes De revolutionibus orbium coelestium (On the Revolutions of the Celestial Spheres).
- 1547: The Grand Duchy of Moscow becomes the Tsardom of Russia.
- 1582: The introduction of the Gregorian calendar; Russia refuses to adopt it until 1918
- 1610: Galileo Galilei uses his telescope to discover the moons of Jupiter.
- 1618: The Thirty Years' War, brings massive devastation to central Europe
- 1648: The Peace of Westphalia ends the Thirty Years' War, And introduces the principle of the integrity of the nation state.
- 1687: Isaac Newton published Principia Mathematica, with a profound impact on The Enlightenment.
- 1699: Treaty of Karlowitz concludes the Austro-Ottoman War. This marks the end of Ottoman control of Central Europe and the beginning of Ottoman stagnation, establishing the Habsburg Monarchy as the dominant power in Central and Southeastern Europe.
- 1700: Outbreak of the War of the Spanish Succession and the Great Northern War. The first would check the aspirations of Louis XIV, king of France to dominate European affairs; the second would lead to Russia's emergence as a great power and a recognizably European state.
- 18th century: Age of Enlightenment, intellectual renaissance across Europe
- 1707: The Kingdom of Great Britain is formed by the union of the Kingdom of England and the Kingdom of Scotland.
- 1712: Thomas Newcomen invents first practical steam engine which begins Industrial Revolution in Britain.
- 1721: Foundation of the Russian Empire
- 1775: James Watt invents a new efficient steam engine accelerating the Industrial Revolution in Britain.
- 1784: Immanuel Kant publishes Answering the Question: What is Enlightenment?.
- 1789: Beginning of the French Revolution and end of the absolute monarchy in France.
- 1792–1802: French Revolutionary Wars
- 1799: Napoleon comes to power as dictator of France
- 1803–1815: Napoleonic Wars, ends in defeat of Napoleon
- 1806: Napoleon abolishes the Holy Roman Empire
- 1814–15: Congress of Vienna; Treaty of Vienna; France is reduced to 1789 boundaries; Reactionary forces dominate across Europe
- 1825: George Stephenson opens the Stockton and Darlington Railway the first steam train railway for passenger traffic in the world.
- 1836: Louis Daguerre invents first practical photographic method – in effect the first camera.
- 1838: SS Great Western, the first steamship purpose-built for regularly scheduled trans-Atlantic crossings, enters service.
- 1848: Revolutions of 1848 and publication of The Communist Manifesto.
- 1852: Start of the Crimean War, which ends in 1855 in a defeat for Russia
- 1859: Charles Darwin publishes On the Origin of Species.
- 1861: Unification of Italy after victories by Giuseppe Garibaldi.
- 1866: First commercially successful transatlantic telegraph cable is completed.
- 1860s: Russia emancipates its serfs and Karl Marx completes the first volume of Das Kapital.
- 1870: Franco-Prussian War and the fall of the Second French Empire.
- 1871: Unification of Germany under the direction of Otto von Bismarck.
- 1873: Panic of 1873 occurs. The Long Depression begins.
- 1885: Karl Benz invents Benz Patent-Motorwagen, the world's first automobile.
- 1885: First permanent citywide electrical tram system in Europe (in Sarajevo).
- 1895: Auguste and Louis Lumière begin exhibitions of projected films before the paying public with their cinematograph, a portable camera, printer, and projector.
- 1902: Guglielmo Marconi sends first transatlantic radio transmission.
- 1914: Archduke Franz Ferdinand of Austria is assassinated; प्रथम विश्वयुद्ध शुरू
- 1917: Vladimir Lenin and the Bolsheviks seize power in the Russian Revolution. The ensuing Russian Civil War lasts until 1922.
- 1918: World War I ends with the defeat of Germany and the Central Powers. Ten million soldiers killed; collapse of Russian, German, Austrian, and Ottoman empires
- 1918: Collapse of the German Empire and monarchic system; founding of Weimar Republic
- 1918: worldwide Spanish flu epidemic kills millions in Europe
- 1918: Austro-Hungarian Empire dissolves
- 1919: Versailles Treaty strips Germany of its colonies, several provinces and its navy and air force; limits army; Allies occupy western areas; reparations ordered
- 1920: League of Nations begins operations; largely ineffective; defunct by 1939
- 1921–22: Ireland divided; Irish Free State becomes independent and civil war erupts
- 1922: Benito Mussolini and the Fascists take power in Italy.
- 1929: Worldwide Great Depression begins with stock market crash in New York City.
- 1933: Adolf Hitler and the Nazis take power in Germany
- 1935: Italy conquers Ethiopia; League sanctions are ineffective
- 1936: Start of the Spanish Civil War; ends in 1939 with victory of Nationalists who are aided by Germany and Italy
- 1938: Germany escalates the persecution of Jews with Kristallnacht
- 1938: Appeasement of Germany by Britain and France; Munich agreement splits Czechoslovakia; Germany seized the remainder in 1939
- 1939: Britain and France hurriedly rearm; failed to arrange treaty with USSR
- 1939: Adolf Hitler and Joseph Stalin agree partition of Eastern Europe in Molotov–Ribbentrop Pact.
- 1939: Germany invades Poland, द्वितीय विश्वयुद्ध शुरू
- 1940: Great Britain under Winston Churchill becomes the last nation to hold out against the Nazis after winning the Battle of Britain
- 1941: U.S. begins large-scale Lend-lease aid to Britain, Free France, the USSR and other Allies; Canada also provides financial aid
- 1941: Germany invades the Soviet Union in Operation Barbarossa; fails to capture Moscow or Leningrad
- 1942: Nazi Germany commences the Holocaust — a Final Solution, with the murder of 6 million Jews.
- 1943: After Stalingrad and Kursk, Soviet forces begin recapturing Nazi-occupied territory in the East.
- 1944: US, British and Canadian armed forces invade Nazi-occupied France at Normandy.
- 1945: Hitler commits suicide, Mussolini is murdered. World War II ends with Europe in ruins and Germany defeated.
- 1945: स्ंयुक्त राष्ट्र का गठन
- 1947: The British Empire begins a process of voluntarily dismantling with the granting of independence to India and Pakistan.
- 1947: Cold War begins as Europe is polarized East versus West
- 1948–51: U.S. provides large sums to rebuild Western Europe through the Marshall Plan; stimulates large-scale modernization of European industries and reduction of trade restrictions
- 1949: नैटो (NATO) की स्थापना
- 1955: USSR creates a rival military coalition, the Warsaw Pact
- 1950: The Schuman Declaration begins the process of European integration.
- 1954: The French Empire begins to be dismantled; Withdraws from Vietnam
- 1956: Suez Crisis signals the end of the effective power of the British Empire.
- 1956: Hungarian Uprising defeated by Soviet military forces.
- 1957: Treaties of Rome establish the European Economic Community from 1958.
- 1968: The May 1968 events in France lead France to the brink of revolution.
- 1968: The Prague Spring is defeated by Warsaw Pact military forces. The Club of Rome is founded.
- 1980: The Solidarność movement under Lech Wałęsa begins open, overground opposition to the Communist rule in Poland.
- 1985: Mikhail Gorbachev becomes leader of the Soviet Union and begins reforms which inadvertently lead to the fall of Communism and the Soviet Union.
- 1986: Chernobyl disaster, the worst nuclear disaster in history.
- 1989: Communism overthrown in all the Warsaw Pact countries except the Soviet Union. Fall of the Berlin Wall (opening of unrestrained border crossings between east and west, which effectively deprived the wall of any relevance).
- 1990: जर्मनी का पुनः एकीकरण
- 1991: Breakup of Yugoslavia and the beginning of the Yugoslav Wars.
- 1991: Dissolution of the Soviet Union and the creation of the Commonwealth of Independent States.
- 1993: Treaty of Maastricht establishes the European Union.
- 2002: End of European colonial empires with the independence of East Timor, formerly Portuguese Timor.
- 2004: Slovenia, Hungary, the Czech Republic, Slovakia, Poland, Lithuania, Latvia, Estonia, Cyprus and Malta join the European Union.
- 2007: Romania and Bulgaria join the European Union.
- 2008: The Great Recession begins. Unemployment rises in some parts of Europe.
- 2013: Croatia joins the European Union.
- 2014: Revolution in Ukraine and serious tensions between Russia, Ukraine and the European Union.
- 2015: European migrant crisis starts.
- 2016: युनाइटेड किंगडम की जनता ने यूरोपीय संघ से अलग होने के पक्ष में मतदान किया।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]- यूनान का इतिहास
- इटली का इतिहास
- जर्मनी का इतिहास
- इंग्लैंड का इतिहास
- यूनाइटेड किंगडम का इतिहास
- रूस का इतिहास
- फ्रांस का इतिहास
- पोलैंड का इतिहास
- तुर्की का इतिहास
- क्रूसेड या धर्मयुद्ध
- पुनर्जागरण
- औद्योगिक क्रांति
- यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय
- फ्रांस की क्रांति
- उपनिवेशवाद का इतिहास
- प्रथम विश्वयुद्ध
- द्वितीय विश्वयुद्ध
- यूरोपीय संघ